Education Loan: पढाई के लिए विदेश जाना है और एजुकेशन लोन लेना चाहते है, तो जानिए आवेदन प्रक्रिया और प्रोसेस

By Vijay Singh Chawandia

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education loan for higher education | एजुकेशन लोन

Education Loan | आजकल विदेशी शिक्षा का महत्व तेजी से बढ़ रहा है। उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और बेहतर करियर के अवसरों के लिए विदेश में पढ़ाई का सपना हर छात्र का होता है। हालांकि, इसकी लागत काफी अधिक होती है, जिससे यह सपना सभी के लिए साकार करना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में एजुकेशन लोन एक महत्वपूर्ण साधन बनकर उभरता है। यदि आप विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं, तो दैनिक लोन इस लेख में आपको लोन लेने की पूरी प्रक्रिया, दस्तावेज़ों की जरूरत, पात्रता, और महत्वपूर्ण टिप्स के बारे में विस्तृत जानकारी बता रहा है।

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अनुक्रम

एजुकेशन लोन की आवश्यकता क्यों होती है?

जब आप विदेश में अपनी पढाई करने का सोचते है, तो मन में पहली बात आती है वहाँ पढाई पर होने वाला खर्चा। क्योकिं विदेशी विश्वविद्यालयों की फीस, रहने का खर्च, यात्रा व्यय, और अन्य खर्चे काफी अधिक होते हैं। ऐसे में एक औसत परिवार के लिए इन खर्चों को पूरा करना मुश्किल होता है, और एजुकेशन लोन छात्रों को इन खर्चों को कवर करने में मदद करता है और उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देता है।

Types of Education Loan

पढाई के लिए मिलने वाले लोन दो तरह के होते हैं, पहला सिक्योर्ड लोन और दूसरा अनसिक्योर्ड लोन। जब कोई विद्यार्थी अपनी पढाई के लिए किसी भी वित्तीय संसथान से एजुकेशन लोन लेने जाता है, तब बैंक/वित्तीय संसथान छात्र को लोन देने के लिए उसकी कोई संपत्ति गिरवी रखता है, इस तरह के लोन में ब्याज दर कम होती है और यह सिक्योर्ड लोन की श्रेणी में आता है।

वही अनसिक्योर्ड लोन में किसी भी तरह की सम्पत्ति गिरवी नहीं रखी जाती है, और छात्र को उसकी काबिलियत के हिसाब से लोन दिया जाता है। हलाकि इस तरह के लोन में ब्याज दर भी थोड़ी अधिक होती है और लोन की शर्ते भी बहुत सख्त होती है।

विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन की पात्रता

  • पढाई के लिए लोन लेने के लिए आमतौर पर, छात्र की आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • छात्र द्वारा चयनित कोर्स किसी मान्यता प्राप्त विदेशी विश्वविद्यालय या संस्थान द्वारा प्रदान किया जाना चाहिए।
  • मुख्यतः ग्रेजुएशन, पोस्ट-ग्रेजुएशन, पीएचडी, और प्रोफेशनल कोर्स के लिए लोन उपलब्ध होता है।
  • लोन के लिए आवेदन करने वाले छात्र का शैक्षणिक रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए।
  • लोन में आवेदन के लिए माता-पिता, अभिभावक, या कोई करीबी रिश्तेदार गारंटर हो सकते हैं।

एजुकेशन लोन के तहत कौन-कौन से खर्चे कवर होते हैं?

अगर आप विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लेने का विचार कर रहे है तो लोन में निम्नलिखित खर्चों को कवर किया जाता है:

  • ट्यूशन फीस
  • यात्रा व्यय (एयर टिकट)
  • परीक्षा, लाइब्रेरी और लैब शुल्क
  • किताबों और स्टेशनरी का खर्च
  • हॉस्टल या आवास का खर्च
  • कंप्यूटर और अन्य उपकरण
  • हेल्थ और ट्रैवल इंश्योरेंस
education loan for higher education | एजुकेशन लोन

एजुकेशन लोन लेने की प्रक्रिया

1. कोर्स और विश्वविद्यालय का चयन करें : लोन के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले, उस कोर्स और विश्वविद्यालय का चयन करें जिसमें आप दाखिला लेना चाहते हैं। सुनिश्चित करें कि वह विश्वविद्यालय लोन के लिए पात्र है।

2. लोन प्रदाता का चयन करें : बाजार में कई बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान (NBFC) पढाई के लिए लोन प्रदान करते हैं। इनमें से कुछ लोकप्रिय विकल्प हैं:

  • भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
  • एचडीएफसी बैंक
  • आईसीआईसीआई बैंक
  • बैंक ऑफ बड़ौदा
  • एक्सिस बैंक

3. लोन आवेदन जमा करें : छात्र लोन के लिए अपना आवेदन ऑनलाइन या बैंक की शाखा में जाकर कर सकते हैं। आवेदन पत्र भरते समय सही जानकारी देना महत्वपूर्ण है, ताकि आपकी लोन आवेदन पत्र के प्रोसेस में किसी तरह की देरी ना हो।

4. दस्तावेज़ जमा करें : लोन का आवेदन करते समय छात्र को सभी जरुरी दस्तावेजों की कॉपी आवेदन फॉर्म के साथ जमा करवानी होती है, इसलिए यह सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज़ सही और पूर्ण हैं। आवेदन के सभी जरूरी दस्तावेजों की सूची हमने नीचे प्रदान की है।

5. लोन स्वीकृति और अप्रूवल : आवेदन फॉर्म जमा करने के बाद बैंक आपके आवेदन और दस्तावेजों की जाँच करता है, इस प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है। कुछ मामलों में बैंक आपका और को-संयुक्त उधारकर्ता ( गारंटर ) की क्रेडिट हिस्ट्री की भी जाँच करता है।

6. लोन संवितरण (डिस्बर्सल) : सभी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद लोन स्वीकृत होने के पर, बैंक सीधे विश्वविद्यालय को ट्यूशन फीस ट्रांसफर कर देता है। अन्य खर्चे छात्रों के खाते में जमा किए जाते हैं।

एजुकेशन लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज़

पढाई के लिए लोन का आवेदन करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी:

1. छात्र से संबंधित दस्तावेज़:

  • पासपोर्ट साइज़ फोटो
  • आधार कार्ड, पैन कार्ड
  • पासपोर्ट और वीजा (यदि उपलब्ध हो)
  • शैक्षणिक प्रमाणपत्र (10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन आदि के मार्कशीट)
  • विश्वविद्यालय से प्रवेश पत्र

2. को-संयुक्त उधारकर्ता के दस्तावेज़:

  • पहचान पत्र (आधार, पैन, वोटर आईडी)
  • आय प्रमाणपत्र (सैलरी स्लिप, आईटीआर)
  • बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने का)

3. कोर्स से संबंधित दस्तावेज़:

  • विश्वविद्यालय की फीस संरचना
  • कोर्स का विवरण
  • खर्चों का अनुमान

पढ़ाई के लिए प्रमुख लोन योजनाएं

1. SBI Global Ed-Vantage Scheme

  • विशेष रूप से विदेश में पढ़ाई के लिए।
  • ब्याज दर: 8% – 10%
  • अधिकतम लोन: ₹1.5 करोड़

2. HDFC Credila

  • प्रोफेशनल कोर्सेस के लिए उपयुक्त।
  • ट्यूशन फीस, यात्रा खर्च, और लैपटॉप जैसे खर्च कवर।

3. Bank of Baroda Education Loan

  • कम ब्याज दर और लंबी पुनर्भुगतान अवधि।

एजुकेशन लोन की ब्याज दर और पुनर्भुगतान (Repayment)

ब्याज दर

पढ़ाई के लिए लेने वाले एजुकेशन लोन की ब्याज दर बैंक और कोर्स के प्रकार पर निर्भर करती है। आमतौर पर ब्याज दर 8% से 15% के बीच होती है।

पुनर्भुगतान की अवधि

  • छात्रों को मॉराटोरियम पीरियड (पढ़ाई के दौरान और नौकरी मिलने के 6-12 महीने बाद तक) दिया जाता है।
  • लोन के पुनर्भुगतान अवधि आमतौर पर 5 से 15 वर्ष होती है।

EMI कैलकुलेशन

बैंक द्वारा मासिक किस्त (EMI) निर्धारित की जाती है। इसके लिए आप ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं।

निष्कर्ष

विदेश में पढ़ाई का सपना एजुकेशन लोन के जरिए आसानी से पूरा किया जा सकता है। हालांकि, लोन लेने से पहले उसकी शर्तों और पुनर्भुगतान प्रक्रिया को समझना बेहद जरूरी है। सही योजना और विवेकपूर्ण निर्णय से आप न केवल विदेश में पढ़ाई का सपना साकार कर सकते हैं, बल्कि अपने करियर को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं।

एजुकेशन लोन से जुड़े सामान्य सवाल-जवाब (FAQ’s)

विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लेने की प्रक्रिया और शर्तों को समझने में अक्सर छात्रों और अभिभावकों को सवाल होते हैं। यहां कुछ सामान्य सवाल-जवाब दिए गए हैं, जो आपकी शंकाओं का समाधान करेंगे।

एजुकेशन लोन क्या है?

एजुकेशन लोन एक प्रकार का वित्तीय सहायता है जो बैंक या वित्तीय संस्थान छात्रों को उनकी पढ़ाई के खर्चों को पूरा करने के लिए प्रदान करते हैं। इसमें ट्यूशन फीस, रहने का खर्च, किताबें, यात्रा, और अन्य संबंधित खर्च शामिल होते हैं।

विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन कौन ले सकता है?

वह छात्र जो किसी मान्यता प्राप्त विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन ले चुका हो और जिसका कोर्स ग्रेजुएशन, पोस्ट-ग्रेजुएशन, या पेशेवर होना चाहिए एवं छात्र के साथ एक गारंटर (माता-पिता या अभिभावक) होना जरूरी है। वह पढ़ाई के लिए लोन ले सकते है।

क्या एजुकेशन लोन पर टैक्स लाभ मिलता है?

हां, भारतीय आयकर अधिनियम की धारा 80E के तहत एजुकेशन लोन के ब्याज पर टैक्स छूट का प्रावधान है। यह लाभ पुनर्भुगतान शुरू होने के बाद 8 वर्षों तक मिलता है।

लोन स्वीकृत होने के बाद राशि कैसे डिस्बर्स होती है?

लोन की राशि बैंक सीधे विश्वविद्यालय को ट्यूशन फीस के रूप में ट्रांसफर करता है। अन्य खर्चों के लिए राशि छात्र या को-संयुक्त उधारकर्ता के खाते में भेजी जाती है।

क्या छात्र पढ़ाई के दौरान लोन की EMI चुकानी पड़ती है?

नहीं, पढ़ाई के दौरान मॉराटोरियम पीरियड में EMI चुकाने की आवश्यकता नहीं होती। हालांकि, कुछ बैंक ब्याज का भुगतान करने की शर्त रखते हैं।

क्या बिना गारंटी के भी एजुकेशन लोन मिल सकता है?

कुछ बैंक और NBFCs बिना गारंटी (Collateral-Free) के लोन प्रदान करते हैं, लेकिन इसकी राशि सीमित होती है (₹7.5 लाख तक)। बड़े लोन के लिए गारंटी आवश्यक होती है।

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Vijay Singh Chawandia

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