अगर आपका खाता भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India – SBI) में है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। एसबीआई ने 1 जुलाई 2025 से अपने बैंकिंग सिस्टम में 5 बड़े बदलाव किए हैं, जिनका सीधा असर बैंक के करोड़ों खाताधारकों पर पड़ेगा। ये बदलाव लेन-देन की सुविधा, KYC नियम, डिजिटल बैंकिंग, एटीएम सर्विस और ब्याज दर से जुड़े हुए हैं।
आइए जानते हैं उन 5 नियमों के बारे में जो हर SBI ग्राहक को जानना चाहिए।
1. मंथली ट्रांजैक्शन लिमिट में बदलाव
अब SBI सेविंग अकाउंट में फ्री ट्रांजैक्शन की लिमिट घटाकर 3 कर दी गई है, उसके बाद हर अतिरिक्त ट्रांजैक्शन पर चार्ज लिया जाएगा। यह नियम ATM, ब्रांच और डिजिटल ट्रांसफर पर लागू होता है। इससे उन ग्राहकों पर असर होगा जो बार-बार नकद निकालते हैं।
2. KYC अपडेट अब अनिवार्य
अगर आपने पिछले 2 सालों से KYC अपडेट नहीं किया है, तो आपका खाता अस्थायी रूप से बंद किया जा सकता है। SBI ने सभी ग्राहकों को SMS और ईमेल के जरिए KYC अपडेट करने की सूचना दी है। अब आप ऑनलाइन पोर्टल या बैंक ब्रांच में जाकर आसानी से KYC प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
3. योनो ऐप पर नया सिक्योरिटी फीचर
SBI ने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म YONO App में एक नया बायोमेट्रिक लॉगिन और फेस रिकॉग्निशन फीचर जोड़ा है। इससे ऐप को और अधिक सुरक्षित बनाया गया है, जिससे किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके। अब लॉगिन के लिए केवल MPIN नहीं, बल्कि चेहरा या फिंगरप्रिंट भी अनिवार्य हो गया है।
4. ब्याज दरों में बदलाव
SBI ने सावधि जमा (Fixed Deposit) की ब्याज दरों में बदलाव किया है। 1 से 2 साल की FD पर ब्याज दर 6.90% से बढ़ाकर 7.10% कर दी गई है। सीनियर सिटिजन को अतिरिक्त 0.50% ब्याज मिलेगा। जो ग्राहक लंबी अवधि की FD करना चाहते हैं, उनके लिए यह मौका फायदेमंद हो सकता है।
5. मिनिमम बैलेंस का नया नियम
SBI ने मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में सेविंग अकाउंट के लिए न्यूनतम बैलेंस की सीमा ₹3000 से बढ़ाकर ₹5000 कर दी है। वहीं ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में यह सीमा यथावत है। अगर निर्धारित न्यूनतम बैलेंस नहीं रखा गया, तो ₹10 से ₹50 तक का चार्ज लगाया जाएगा।
क्या करें ग्राहक?
- KYC अपडेट करवाएं ताकि खाता चालू रहे
- योनो ऐप को नवीनतम वर्जन में अपडेट करें
- FD करवाने से पहले नई ब्याज दरें चेक करें
- ट्रांजैक्शन लिमिट को ध्यान में रखकर ही नकद निकालें
- अपने अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें
निष्कर्ष:
भारतीय स्टेट बैंक ने ये सभी बदलाव ग्राहकों की सुरक्षा और बैंकिंग प्रणाली को डिजिटल व पारदर्शी बनाने के लिए किए हैं। यदि आप भी SBI के ग्राहक हैं, तो इन नए नियमों को जानकर अपने बैंकिंग अनुभव को सरल बना सकते हैं।